अडानी ने बेची 49% की हिस्सेदारी, जाने शेयरों का हाल।

अडानी ने अभी हाल ही में अपनी अडानी ग्रुप की एक कंपनी के उन्हें 49% की हिस्सेदारी को बचा है, अब अडानी के पास उस कंपनी के 51% शेयर बचें हैं। यानी कि अब अडानी ग्रुप कंपनी में अडानी की हिस्सेदारी 51% की रह गई है। इससे अडानी ग्रुप कंपनी के शेयरों में काफी ज्यादा उतार चढ़ाव देखने को मिले हैं। तो चलिए जानते हैं अडानी ने किस ग्रुप कंपनी की हिस्सेदारी को बेचा है तथा अडानी द्वारा लिए गए इस फैसले से शेयरों पर क्या असर पड़ा है।

WhatsApp Channel Join Now
Telegram Group Join Now

अडानी ने बेची 49% हिस्सेदारी

अडानी ने अभी हाल ही में अडानी ग्रुप की अडानी पोर्ट 247 करोड रुपए में Adani ennore container terminal मैं अपनी 49% हिस्सेदारी को बेचने के लिए तैयार है। अडानी के पास Adani ennore container terminal का टोटल इंटरप्राइजेज वैल्यू 1211 करोड रुपए की है। ट्रांजैक्शन पूरा हो जाने के पास बाद अडानी के पास 51% की हिस्सेदारी शेष रह जाएगी, इसके अलावा प्रस्तावित ट्रांजैक्शन प्रक्रिया चार माह के भीतर पूर्ण होगी।

शेयरों का हाल

अडानी द्वारा अपने 49% की हिस्सेदारी बेचने को लेकर लिए गए फैसले से शेयरों में काफी देखने को मिल रहा है‌। 15 दिसंबर 2023 शुक्रवार के दिन शेयर बाजार 1079 रुपए किस स्तर पर खुला वह देखते ही देखते 10.15 बजे शेयर में तेजी देखने को मिली जिससे कंपनी की शेयर 1081.25 रुपए के स्तर पर पहुंच गए इसके बाद शेयरों में गिरावट देखने को मिली और शेयर 1067.05 रुपए के स्तर पर आगे। इसके बाद एक बार फिर से तेजी का माहौल देखने को मिला जहां पर कंपनी के शेयर 1075.90 रुपए के स्तर पर ट्रेड करते हुए नजर आए। इस कंपनी के शेयरों में एक माह है कि भीतर 32% का उछाल देखने को मिला। यानी की कंपनी द्वारा अपने निवेशकों को 32% से अधिक का रिटर्न दिया गया।

कंपनी द्वारा दिया गया बयान

अडानी में अपनी एक एक्सचेंज फीलिंग के माध्यम से बताया कि कंपनी ने 14 दिसंबर 2023 को Adani ennore container terminal कंपनी में भी निवेश करने के लिए टर्मिनल इन्वेस्टमेंट लिमिटेड की अप्रत्यक्ष सहायक कंपनी और मेडिटरेनियन शिपिंग कंपनी की सहयोगी मंडी लिमिटेड के साथ एक समझौता किया है। यह कंपनी का दूसरा संयुक्त उद्यम है। यह दूसरा संयुक्त उत्तम Adani ennore container terminal कंपनी के साथ के पहले 2013 वाले उधम की सफलता के कारण ही सफल हुआ है।

इसके अलावा APSEZ के CEO और पूर्णकालिक निदेशक करण अडानी ने कहा कि TIL OR MSC के साथ कंपनी की साझेदारी पारदर्शिता और विश्वास के साथ बनी हुई है। अडानी ने यह भी कहा कि उनका मुख्य लक्ष्य Adani ennore container terminal में AICTPL टर्मिनल की सफलता को दोहराना तथा दक्षिण भारतीय व्यापार की जरूरत को पूरा करना है।

निष्कर्ष:- इस आर्टिकल में आप सभी को अदानी द्वारा बेची गई हिस्सेदारी के बारे में तथा उस कंपनी के शेयरों पर क्या असर पड़ा है संबंधित जानकारी उपलब्ध करवाई गई है।

Leave a Comment